देहरादून, ब्यूरो। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देहरादून के रायपुर व थानो क्षेत्र के विभिन्न आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण के बाद सचिवालय में आपदा प्रबन्धन कन्ट्रोल रूम में आपदा से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबन्धन के साथ ही आपदा से जुड़े अन्य उच्चाधिकारियों के साथ भी स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने पौड़ी, टिहरी एवं अल्मोड़ा आदि जनपदों के जिलाधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता कर अतिवृष्टि से जनपदों में हुए नुकसान की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को लापता लोगों को ढूढ़ने, रास्तों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के साथ ही प्रभावितों को खाद्यान्न पेयजल तथा चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री के निर्देश पर वाडिया इंस्ट्यिट एवं हेस्को द्वारा भी अपनी टीम के साथ किया आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण किया। टीम द्वारा प्रतिवर्ष आपदा से होने वाले नुकसान को रोकने के सम्बन्ध में भी अपने सुझाव मुख्यमंत्री को देगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि खाद्यान्न, दवाइयां, ईंधन आदि आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई को एक बार फिर से चेक कर लिया जाए। संचार नेटवर्क में कोई समस्या न आए इसके लिये मोबाईल ऑपरेटर कम्पनियों से लगातार समन्वय रखा जाए। मुख्यमंत्री ने ऐसा सिस्टम बनाने को कहा कि राज्य मुख्यालय से प्रसारित सूचना सीमांत क्षेत्रों तक अविलंब पहुंच जाए। सभी विभागीय सचिव और विभागाध्यक्ष आपदा की दृष्टि से अपने-अपने विभागों की नियमित रूप से मॉनिटरिंग करे। आपदा की स्थिति में प्रभावितों के रहने के लिये चिन्हित भवनों और स्थानों का फिर से सुरक्षा की दृष्टि से परीक्षण किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो मार्ग अवरुद्ध हुए हैं, लोगों को आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाए। जिन इन क्षेत्रों में पेयजल एवं विद्युत की आपूर्ति बाधित हुई है उन क्षेत्रों में विद्युत एवं पेयजल की जल्द सुचारू व्यवस्थाएं की जाय। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवागमन को सुचारू करने के लिए शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। इसके लिये नदियों व बरसाती नालों के चैनलाइजेशन पर भी ध्यान दिया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन एवं एसडीआरएफ की टीमें निरंतर राहत एवं बचाव कार्यों के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं कर रही हैं। राज्य सरकार सेना से भी संपर्क में हैं। अगर हेलीकॉप्टर की अवश्यकता पड़ी तो सेना से भी मदद ली जाएगी। स्टेट के हेलीकॉप्टर को भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए अलर्ट मोड पर रखा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा में घायल हुए लोगों को मैक्स अस्पताल में भर्ती किया गया है। उन्होंने स्वयं मैक्स अस्पताल जाकर घायलों का हाल चाल जाना तथा उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। उन्होंने बताया कि इस आपदा में अब तक चार लोगों की मृत्यु हुई है। 13 लोग घायल हुए हैं तथा 12 लोग लापता है। 5 गौशाला क्षतिग्रस्त हुई हैं तथा 78 पशु हानि हुई है। बताया गया कि पर्याप्त संख्या में एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही हैं। भूस्खलन से रास्ते बंद होने पर तुरंत खोलने के लिए विभिन्न स्थानों पर जेसीबी आदि लगाई गयी हैं। इस अवसर पर सचिव आपदा प्रबन्धन रणजीत सिन्हा, अपर सचिव रिद्धिम अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने अतिवृष्टि से प्रभावित टपकेश्वर मन्दिर क्षेत्र का भी स्थलीय निरीक्षण किया तथा स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को भविष्य में आपदा से होने वाले नुकसान को कम करने की कार्ययोजना पर ध्यान देने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने टपकेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की भी कामना की।
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देहरादून, ब्यूरो। विक्की उत्तराखंड स्टार्टअप काउंसिल ने स्किल-एड, बल्लीवाला चैक पर व्यवसाय विकास के लिए सहयोग की कला पर एक बैठक का आयोजन किया। अध्यक्ष विक्की स्टार्ट अप काउंसिल डॉ जूही गर्ग और उपाध्यक्ष सुगंधा शर्मा के अथक प्रयासों से किया गया। दो घंटे के कार्यक्रम में सभी क्षेत्रों की महिला उद्यमी शामिल थीं। बैठक का प्रमुख क्षेत्र नेटवर्किंग और एक दूसरे का समर्थन करने के लिए सहयोग की तलाश करना था। यह महिला उद्यमियों, कारीगरों, प्रशिक्षकों और वरिष्ठ पेशेवरों की एक वर्कशॉप थी। कार्यक्रम की शुरुआत एक स्वागत नोट के साथ हुई, जिसके बाद पैनल चर्चा हुई जिसमें प्रतिष्ठित पेशेवरों और विशिष्ट अतिथियों ने सफल स्टार्टअप चलाने के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किए। पैनल में श्री गौरव गोयल, सीईओ गोपाल 56, प्रतिभागी शार्क टैंक, अंकित अग्रवाल शामिल थे। संस्थापक स्किल-ईडी, अध्यक्ष दून ग्लोबल स्कूल, श्री राजेंद्र कुमार उप निदेशक, उद्योग निदेशालय, उत्तराखंड सरकार, और डॉ. जूही गर्ग संस्थापक और सीईओ डिविन प्रो अध्यक्ष ॅप्ब्ब्प् स्टार्टअप उत्तराखंड परिषद, सुगंधा शर्मा राज्य उपाध्यक्ष विकी स्टार्टअप द्वारा संचालित परिषद। पैनल डिस्कशन के बाद प्रश्नोत्तर दौर हुआ,...
देहरादून, ब्यूरो। अपना वार्षिक सामाजिक-सांस्कृतिक-आध्यात्मिक विशाल जन्माष्टमी कार्यक्रम के 25 साल पूरे होने के अवसर पर, दिव्य गुरु आशुतोष महाराज की ओर से संस्थापित एवं संचालित दिव्य ज्योति जागृति संस्थान डीजेजेएस ने दो साल के वर्चुअल समारोहों के बाद, 18 और 19 अगस्त को, डीडीए ग्राउंड, सेक्टर -10, द्वारका, दिल्ली में भव्य श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन किया। श्री कृष्ण को ही नहीं, कृष्ण की भी मानें विषय पर आधारित इस दो दिवसीय मेगा इवेंट में रिकॉर्ड तोड़ संख्या में भक्त-श्रद्धालु शामिल हुए व पंडाल दर्शकों से खचाखच भरा रहा। कार्यक्रम की भव्य सफलता इसके महत्वपूर्ण डिजिटल फुटप्रिंट में भी दिखाई दे रही है। डीजेजेएस यूट्यूब चैनल पर 19 अगस्त शाम 7ः30 बजे भारतीय समय से कार्यक्रम की वेब स्ट्रीम पब्लिश कर दी गयी जिसमें लगातार दर्शकों की संख्या बढती जा रही है कार्यक्रम से पहले और उसके दौरान असंख्य अध्यात्म में रूचि रखने वाले लोगों के द्वारा सोशल मीडिया हैण्डलों पर हैजटैगडीजेजेएसजन्माष्टमी का प्रयोग कर रील, शॉर्ट्स और पोस्ट अपलोड की गईं। सुदामा-श्री कृष्ण मैत्री सच्ची मित्रता का बंधन श्रीकृष्ण का विश्वरूप, क्रांतिकारी संत मीराबाई जी की गाथा,...
नैनीताल, ब्यूरो। स्टूडेंट्स के लिए गेम के माध्यम से ज्ञान को प्रस्तुत करनेवाली, जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड की पहल, माइंड वॉर्स की नैनीताल में हुई शुरुआत को लोगों की जबर्दस्त सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। उत्तराखंड राज्य में पाँच सौ से भी अधिक स्कूलों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इतना ही नहीं, अकेले नैनीताल शहर में ही सत्तासी से अधिक स्कूलों का रजिस्ट्रेशन देखने को मिला है। माइंड वॉर्स एक मल्टीचैनल नॉलेज इकोसिस्टम है जिसका उद्देश्य रोमांचक व रोचक ट्रीविया-आधारित क्विज के माध्यम से स्टूडेंट्स तक पहुँचना है। भारत का एकमात्र गेमीफाइड नॉलेज इकोसिस्टम होने के चलते प्रगति-आधारित क्विज के माध्यम से स्टूडेंट्स के ज्ञान को बेहतर बनाने के लिए उन्हें एक उपयोगी व रोचक मंच प्रदान करना ही इसका लक्ष्य है। किसी भी शैक्षणिक व्यवस्था के मुख्य भाग माने जानेवाले अभिभावकों, शिक्षकों, तथा स्टूडेंट्स दृ तीनों ने ही शहर में लर्निंग के इस प्रतिस्पर्धात्मक तरीके को हाथोंहाथ लिया है। 6000 से भी अधिक स्टूडेंट्स के रजिस्ट्रेशन सहित कुमाऊँ का गहना कहलानेवाले इस शहर में माइंड वॉर्स को काफी अच्छी ग्रोथ देखने को मिली है। सिंथिया स्कूल, और जेसीज पब्लिक स्कूल इस शहर के कुछ ऐसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में से हैं जिन्होंने माइंड वॉर्स के साथ रजिस्ट्रेशन कराया है। आसपास के सुदूर इलाकों तक पहुँचने में भी यह प्रोजेक्ट सफल रहा है। एसएमएस दत्ता मेमोरियल नोसगे पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल, श्री आरिज अलवी कहते हैं दृ “हमारा स्कूल एक ग्रामीण इलाके में है। हम माइंड वॉर्स की टीम के अत्यंत आभारी हैं कि उन्होंने सीखने और देशभर के स्टूडेंट्स के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए हमारे स्टूडेंट्स को ऐसा उत्कृष्ट मंच प्रदान किया। हमारे स्टूडेंट्स ने ढेरों पुरस्कार और प्रशंसा बटोरी है जिससे उनके आत्म-विश्वास में अत्यधिक बढ़ोत्तरी देखने को मिली है।
देहरादून, ब्यूरो। रेसकोर्स स्थित बन्नू कॉलोनी परिसर में जन्माष्टमी त्योहार के अवसर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम अध्यक्ष, सचिवालय संघ/उत्तराखंड अधिकारी कार्मिक शिक्षक महासंघ दीपक जोशी एवं बन्नू कॉलानी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। इस अवसर पर बन्नू कॉलोनी एसोसियेशन के पदाधिकारियों द्वारा सचिव, एमडीडीए तथा जिला उद्यान अधिकारी, देहरादून को भी 20-20 जाली एवं वृक्ष उपलब्ध कराने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर अध्यक्ष, सचिवालय संघ/उत्तराखंड अधिकारी कार्मिक शिक्षक महासंघ दीपक जोशी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हम सबकी सामुहिक जिम्मेदारी है। विकास के साथ प्राकृतिक संतुलन बना रहे, इसके लिए पर्यावरण एवं जल संरक्षण की दिशा में हम सबकों अपने कदम आगे बढ़ाने होंगे। राज्य सरकार अपने स्तर से प्रयासरत है, परन्तु हम सब भी समय-समय पर वृक्षारोपण जैसे कार्यक्रम आयोजित कर इन सब में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं, केवल वृक्षारोपण से ही काम नही होगा संरक्षण भी हम सबकों करना स्वंय करना होगा। बन्नु कॉलानी एसोसियेशन के अध्यक्ष कामनी मोहन नौटियाल ने कहा कि आज इस कार्यक्रम में पूरे परिसर के अन्दर बाहर साफ सफाई की गई एवं वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया गया। परिसर के बाहर वृक्षारोपण कर उनमें जाली भी लगाई गई ताकि वृक्षारोपण के साथ ही उसका संरक्षण भी हो सके। बन्नु कॉलानी एसोसियेशन के महामंत्री शंकर दत्त पाठक ने कहा कि एसोसियेशन द्वारा समय-समय पर इस तरह के जनहित कार्यक्रम किये जाते रहे हैं। हरेला त्योहार में भी एसोसियेशन द्वारा वृक्षारोपण कर समाज को जागरूक करने का प्रयास किया गया था। इस अवसर पर बन्नु कॉलोनी संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गंभीर सिंह, कोषाध्यक्ष कपिल तिवारी, संगठन मंत्री छतर सिंह बिष्ट, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सचिव बहादुर सिंह कन्याल, ऑडिटर मदन मोहन उपाध्यक्ष,...
देहरादून, ब्यूरो। आय से अधिक संपत्ति मामले में पूर्व आईएएस रामविलास यादव के खिलाफ ढाई हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई है। ढाई हजार पन्नों की चार्जशीट में आय से 2600 गुना अधिक संपत्ति का जिक्र किया गया है। साथ ही अब इस मामले में रामविलास की पत्नी कुसुम यादव की परेशानियां बढ़ने वाली हैं। कुसुम यादव की भी जल्द ही 120ठ के तहत कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है। विजिलेंस के अनुसार रामविलास के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित मामले की जांच-विवेचना साल 2013 से 2016 तक की गई थी। इन तीन वर्षों में उनके संपत्ति में आज से 2600 गुना अधिक संपत्ति अर्जित करने के पुख्ता दस्तावेज मिले हैं। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, गाजीपुर, नोएडा जैसे अलग-अलग स्थानों में चल-अचल संपत्ति, प्रॉपर्टी, बैंक बैलेंस, जैसे सभी संपत्तियों का जिक्र आरोप पत्र में किया गया है। विजिलेंस के मुताबिक 2019 में यूपी काडर से उत्तराखंड आने के बाद रामविलास के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया। 2019 में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। रामविलास के भ्रष्टाचार में उनकी पत्नी को 120 इ और 109 में सह आरोपी बनाकर विजिलेंस लगातार जांच पड़ताल कर रही है। जानकारी के अनुसार सबूत और साक्ष्य के आधार पर यादव की पत्नी को इस पूरे भ्रष्टाचार के खेल में कमाई गई संपत्ति को ठिकाने लगाने का साजिशकर्ता माना जा रहा है। पहले दिन से रामविलास हर पूछताछ में संपत्तियों का हिसाब किताब पत्नी कुसुम के पास होने का जिक्र कर रहे हैं। ऐसे में विजिलेंस के कई नोटिसों के बावजूद रामविलास की पत्नी कुसुम एक बार भी विजिलेंस के समक्ष पूछताछ के लिए नहीं पहुंची। ऐसे में अब उनको भी गिरफ्तार किया जा सकता है। बीते 23 जून 2022...
देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड राज्य उपभोक्ता आयोग ने स्पष्ट किया है कि बीमा कम्पनी द्वारा बीमा क्लेम लम्बित रखने व निपटारा न करने पर भी उपभोक्ता आयोग/फोरम में परिवाद किया जा सकता है और इसे समय पूर्व (प्री मेच्योर) नहीं माना जा सकता। बीमा कम्पनी की खतरनाक वस्तु परिवहन व समय पूर्व परिवाद की दलीलों कोे न मानते हुये राज्य आयोग ने बीमा कम्पनी की अपील खारिज कर दी। ट्रक दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उसका क्लेम न देने पर जिला उपभोक्ता आयोग/फोरम, उधमसिंह नगर ने बीमा कंपनी को सात फीसदी ब्याज के साथ क्लेम का 2.99 लाख रूपये देने के आदेश दिए थे। साथ ही मानसिक क्षतिपूर्ति के लिए 10 हजार और वाद व्यय के लिए पांच हजार रूपये के भुगतान का भी आदेश दिया था। राज्य आयोग ने इस निर्णय व आदेश को बिल्कुल सही मानते हुये उसकी पुष्टि कर दी। काशीपुर की अनुप्रीत कौर सेठी की ओर से अधिवक्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट ने जिला उपभोक्ता फोरम उधमसिंह नगर में परिवाद दायर करके कहा गया था कि उसने स्वरोजगार के लिए ट्रक खरीदा था। इसके लिए उन्होेंने बाजपुर रोड काशीपुर स्थित न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी से पांच लाख रूपये का बीमा कराया था। बीमा अवधि के दौरान ट्रक दुर्घटनाग्रस्त होने से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। बीमा कंपनी के सर्वेयर ने 830466 रूपये का इस्टीमेट बनाया था। सर्वेयर ने आरसी निस्तीकरण न कराने पर 2.99 लाख रूपये भुगतान करने की बीमा कंपनी को संस्तुति की थी। बावजूद इसके बीमा कंपनी ने उसे क्लेम का भुगतान नहीं किया। जिला उपभोक्ता फोरम के तत्कालीन अध्यक्ष आरडी पालीवाल, सदस्य सबाहत हुसैन खान ने नदीम उद्दीन के तर्को से सहमत होते हुये बीमा कंपनी को सात फीसदी वार्षिक ब्याज के साथ क्लेम का 2.99 लाख रूपये देने और आर्थिक व मनासिक क्षतिपूर्ति के लिए 10 हजार तथा वाद व्यय के लिए पांच हजार रूपये भुगतान के निर्देश दिए। बीमा कम्पनी ने इस आदेश के विरूद्ध अपील सं0 132/2018 राज्य उपभोक्ता आयोग को कर दी। राज्य उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष जस्टिस डी.एस. त्रिपाठी तथा सदस्य उदय सिंह टोलिया की पीठ ने अपने निर्णय में बीमा कम्पनी के अधिवक्ता द्वारा बीमित ट्रक द्वारा खतरनाक वस्तु परिवहन तथा बीमा क्लेम कम्पनी द्वारा निरस्त करने से पहले ही समय पूर्व परिवाद की दलीलों को सही न होना मानते हुये जिला आयोेग/फोरम के आदेश को पूर्णतः सही माना।
देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखन्ड के सभी सरकारी विभागों में कर्मचारियों की सम्बद्धता (अटैचमैन्ट) समाप्त करने के मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी के सराहनीय प्रयास को कुछ विभाग पलीता लगा रहा है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमन्त्री ने सभी विभागों में सम्बद्ध कार्मिकों की तत्काल प्रभाव से सम्बद्धता समाप्त कर उनके मूल विभाग में वापस भेजे जाने के निर्देश दिये थें। स्वयं मुख्यमन्त्री ने सचिवालय व अपने आवास कार्यालय में तैनात कर्मचारियों की सम्बद्धता खत्म कर दी थी। सहकारिता, कृषि,परिवहन, शिक्षा व विधानसभा में भी सभी कार्मिकों का अटैचमैन्ट समाप्त कर उनके मूल तैनाती स्थल हेतु कार्यमुक्त कर दिया गया था। सर्वप्रथम विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खन्डूरी ने भी पहल कर विस में तैनात उन सभी सम्बद्व कार्मिको को तत्काल प्रभाव से हटा दिया था। कृषि मन्त्री गणेश जोशी ने कृषि विभाग से अटैचमैन्ट सिस्टम को समाप्त कर ऐसे कर्मचारियों को कार्यमुक्त कर दिया था। इसके विपरीत निदेशालय राज्य कर्मचारी बीमा योजना देहरादून ने नियमों को दर किनार कर अपने चहेते चीफ फार्मेसिस्ट बरकत अली की सम्बद्धता समाप्त न कर उसें पुनः निदेशालय में समायोजित कर लिया है। जबकि अन्य सम्बद्ध कार्मिक अपने मूल तैनाती स्थान पर वापस चले गये। बताया जाता है कि सियासी रसूखों के चलते उक्त चीफ फार्मेसिस्ट कई सालों से अपनी सुविधानुसार वर्ष 2016 से निदेशालय में सम्बद्ध रहकर कार्यरत है। जबकि उसका मूल तैनाती स्थल रूडकी स्थित भगवानपुर है। हैरानी की बात तो यह है कि निदेशालय में चीफ फार्मेसिस्ट का कोई अतिरिक्त पद भी रिक्त नही है। निदेशालय में पहले से ही दो अन्य चीफ फार्मेसिस्ट कार्यरत है। सवाल उठता है कि सीएम के निर्देश पर जब सभी विभागों में सम्बद्वता पर पूर्णरूप से प्रतिबन्ध लगा हुआ है तो निदेशालय राज्य कर्मचारी बीमा योजना ने नियमों को ताक पर रखकर सम्बद्वता समाप्त करने की बजाय उक्त चीफ फार्मेसिस्ट बरकत अली को फिर से निदेशालय में तैनाती के आदेश क्यों जारी कर दिये। यह भी जानकारी मिली है कि ई0एस0आई में कर्मचारियों की कमी दर्शाकर अटैचमैन्ट का बहाना बनाया गया है। उक्त अटैचमैन्ट को लेकर चर्चा है कि सेटिंग-गेटिंग का मोटा खेल खेला गया है। जबकि इस सम्बन्ध में श्रम विभाग के अनुसचिव देवेन्द्र सिंह चौहान ने विगत 18 अप्रैल 2022 को अपने पत्र संख्या 1/29785 /अ।।। -1-22-04( ईएसआई ) 2022 को राज्य कर्मवारी बीमा योजना के निदेशक को आदेशित किया था कि ऐसे सभी सम्बद्व कार्मिकों को तत्काल प्रभाव से उनके मूल तैनाती कार्यस्थल हेतु कार्यमुक्त किया जाए। ईएसआई निदेशालय ने देर आये दुरस्त आये की नीति पर अमल करते हुए लगभग चार माह के पश्चात अपने कार्यालय आदेश संख्या 151-2022-23/432 दिनांक 2 अगस्त 2022 को ईएसआई निदेशालय एवं औषधालयों में सम्बद्व समस्त कार्मिको की सम्बद्वता तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का आदेश तो जारी कर दिया लेकिन अपने आदेश के कुछ ही दिनों बाद निदेशक ने निदेशालय से सम्बद्व एक चीफ फार्मेसिस्ट का अटेचमैन्ट खत्म न कर उसकी तैनाती निदेशालय में ही कर दी। इस सम्बन्ध में ईएसआई निदेशक का कहना है कि निदेशालय में कार्मिकों की कमी की वजह से ऐसा किया गया है। सूत्रों के हवाले से मिली खबरों के अनुसार यह सारा खेल श्रम सचिव के स्तर पर ही हुआ है। शासन का अनुमोदन लिये बगैर ही गुपचुप तरीके से सम्बद्व चीफ फार्मेसिस्ट के लिए पद सृजित कर दिया गया। इस मामले में ईएसआई के मुख्यचिकित्साधिकारी डा0...
देहरादून, ब्यूरो। नन्हें-मुन्ने बच्चों द्वारा बुधवार को अकेशिया पब्लिक स्कूल नत्थनपुर में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताऐं आयोजित की गयी जिसका संचालन कक्षा पांचवीं के छात्र रोहित सती के द्वारा किया गया। ओम और अशिया ने श्रीकृष्ण की लीलाओं को बताते हुए उनके जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया। छात्राओं ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं पर आधारित गीत प्रस्तुत किए और मनमोहक नृत्यों की प्रस्तुति दी। इस मौके पर रंग बिरंगे परिधानों में बच्चों ने राधा कृष्ण की झांकी प्रस्तुत की। स्कूल की प्रधानाचार्या पूजा मारिया ने इस पर्व की बधाई देते हुए कहा कि कृष्ण के जीवन से हमें सदा कुछ सीखते रहना चाहिए। इस अवसर पर विद्यालय के संचालक मनमीत सिंह ढिल्लन, उपप्रधानाचार्या ममता रावत, राहुल शर्मा, धीरेन्द्र रावत सहित अन्य शिक्षक शिक्षिकाएं एवं स्कूल के सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
देहरादून, ब्यूरो। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत केंद्र सरकार ने 13 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान चलाया था। अभियान के बाद यदि कोई राष्ट्रीय ध्वज क्षतिग्रस्त हो जाता है तो कोई भी व्यक्ति सम्मान के साथ उसे नगर निगम कार्यालय या जोनल कार्यालय में जमा करवा सकता है। नगर आयुक्त मनुज गोयल ने इसके लिए कर्मचारियों की डयूटी लगाई है। मुख्य कार्यालय में मनमोहन सिंह रावत, राजपुर में अनिल काला, आरकेडिया में विक्रम चौहान, मोथरोवाला में वृजमोहन नौटियाल, हर्रावाला में अभिषेक कुमार को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।