देहरादून, ब्यूरो। सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने दिल्ली में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 मनसुख मंडाविया से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को प्रदेश के जनपद ऊधमसिंह नगर में स्वीकृत एम्स सेटेलाइट सेंटर के भूमि पूजन में आमंत्रित किया। डॉ0 रावत ने केन्द्रीय मंत्री को राज्य में संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने एनएचएम के अंतर्गत राज्य को जारी रूपये 1129.35 करोड़ के बजट एवं निःशुल्क बूस्टर डोज उपलब्ध कराने पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री का आभार जताया। मुलाकात के दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य में आयुष्मान योजना एवं वैक्सीनेशन अभियान के बेहत्तर संचालन के लिये डॉ0 रावत की जमकर सराहना की। स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि केरल दौरे से लौटते समय नई दिल्ली में आज केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 मनसुख मंडाविया से मुलाकात कर राज्य में संचालित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की जानकारी दी। डॉ0 रावत ने बताया कि उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को जनपद ऊधमसिंह नगर में स्वीकृत एम्स सेटेलाइट सेंटर के भूमि पूजन हेतु आमंत्रित किया, जिस हेतु उन्होंने अपनी सहमति प्रदान की। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को बताया कि सूबे में स्वास्थ्य सेवाओं के बेहत्तर क्रियान्वयन के लिये आगामी अगस्त माह में तीन दिवसीय स्वास्थ्य चिंतन शिविर का आयोजन किया जा रहा है। मुलाकात के दौरान केन्द्रीय मंत्री को राज्य में संचालित टीबी मुक्त अभियान, अयुष्मान योजना के क्रियान्वयन, वैक्सीनेशन अभियान व राज्य के प्रत्येक जिला अस्पतालों में किडनी रोगियों के निःशुल्क डायलिसिस सहित उन्हें घर से लाने व पहुंचाने के लिये निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा की जानकारी दी। उन्होंने राज्य में बाल मृत्यु दर कम करने हेतु प्रत्येक जनपद में नर्सिंग स्टॉफ को प्रशिक्षण देने के लिये अलग से बजट की मांग की। जिस पर उन्होंने सकारात्मक रूख अपनाते हुये सभी केन्द्र पोषित योजनाओं में आवश्यकतानुसार धनराशि उपलब्ध कराये जाने की बात कही। इसके अलावा केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य में आयुष्मान योजना के बेहत्तर क्रियान्वयन एवं वैक्सीनेशन अभियान के सफल संचालन पर डॉ0 धन सिंह रावत की सराहना की।
uttarakhand
देहरादून, ब्यूरो। अखिल भारतीय कंाग्रेस कमेटी द्वारा उदयपुर में आयोजित नव संकल्प घोषणा के तहत भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में पूरे देशभर में 9 अगस्त से 15 अगस्त तक ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ के आयोजन का निर्णय लिया गया था। भारत जोडो यात्रा के अन्तर्गत उत्तराखण्ड प्रदेश के सभी जनपदों में 75 कि.मी. लम्बी पद यात्रा का आयोजन किया जाना है यात्राओं का समापन 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर जिला मुख्यालयों एवं प्रदेश मुख्यालय में आयोजित भव्य समारोह के रूप में किया जायेगा। इसी संदर्भ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा की अध्यक्षता में 23 जुलाई को प्रातः 11ः00 बजे से वरिष्ठ कांग्रेस नेतागणों की बैठक प्रदेश कार्यालय में आहुत की गई है। उपरोक्त जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने बताया कि बैठक में 9 अगस्त से शुरू होने वाली भारत जोड़ो तिरंगा यात्रा की तैयारियों तथा यात्रा कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि उक्त बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल एवं भारत जोड़ो तिरंगा यात्रा के मुख्य संयोजक पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल प्रतिभाग करेंगे।
देहरादून, ब्यूरो। प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में महिला कांग्रेस नेत्रियों नें गत दिनों राज्य के चमोली जनपद के हेलँग में अपने पशुओं के लिए घास-चारा ला रही महिलाओं से उनकी घास छीन कर पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार कर उनको गिरफ़्तार किये जानें के विरोध में जिलाधिकारी कार्यालय में सर पर घास की गठरी एवं दथुड़ी रख कर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला नें कहा की उपरोक्त शर्मनाक घटना, उत्तराखंड की अस्मिता व स्वाभिमान के ऊपर एक हमला है। उक्त घटना से हम सब बहुत शर्मिंदा है। उन्होंने कहा की सर्वविदित है कि उत्तराखंड की माता बहने अपने पशुओं के लिए चारा ,घास आदि एकत्रित कर परिवार के जीवन यापन में सहयोग करती हैं। कमरतोड़ महंगाई की मार से त्रस्त माता-बहनों के साथ किया गया दुर्व्यवहार समस्त मातृ शक्ति का अपमान है। उन्हांेने कहा उत्तराखण्ड में जल विद्युत परियोजनाओं के नाम पर हजारों हजार नाली नाप भूमि, जंगल, चरागाह की भूमि, पनघट, मरघट, पंचायत की भूमि, कम्पनियों को पहले ही दे दी गयी है। इसके बाद भी कम्पनियों की नीयत लोगों की सामूहिक हक-हकूक की भूमि को भी हड़प लेने की है। इससे आम ग्रामीणों के सम्मुख घास चारा लकड़ी का संकट पैदा हो गया है। यह घटना इसी का परिणाम है। उन्होनें कहा डम्पिंग ज़ोन के नाम पर वहां हरे पेड़ काट दिए गए व चारागाह के इस अंतिम विकल्प को भी खत्म किया जा रहा है, जबकि कम्पनी के पास मलबा डम्पिंग के लिए विकल्प उपलब्ध हैं। साथ ही कहा कि यह विडंबना ही है कि उत्तराखण्ड के राजकीय पर्व हरेला के अवसर पर न सिर्फ हरियाली नष्ट की गई बल्कि उस हरियाली के रक्षकों पोषकों के साथ भी बदसलूकी की गई, उन्हें गिरफ्तार किया गया और उनका चालान किया गया। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से यह भी अवगत कराया की राज्य सरकार एक ओर घसियारी जुमले योजना की घोषणा कर रही है, वही महिलाओं के हाथ से उनकी काटी घास छीन कर उन्हें गिरफ़्तार कर दंडित कर अपमानित भी कर रही है, यही घास उनकी आर्थिकी की गठरी भी है। राज्य गठन में मातृ शक्ति के बलिदान को भी यह सरकार अपमानित कर स्थानीय जनता के हक़-हकूक पर अतिक्रमण कर रही है, कभी एसा हक़-हकूकों पर हमला ग़ुलाम भारत में अंग्रेज किया करते थे। मुख्यमंत्री को इस घटना के लिए मातृ शक्ति से क्षमा याचना भी करनी चाहिए। उन्होनें अनुरोध कर कहा कि राज्य सरकार को सम्बंधित दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कारवाई करने के लिए निर्देशित किया जाए। इस दौरान प्रदेश महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा,,...
देहरादून, ब्यूरो। दुनिया भर में सबसे ज्यादा पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करने वाली कंपनियों में से एक मर्लिन एंटरटेनमेंट्स ने आज भारतीय बाजार में दोबारा अपनी एंट्री की घोषणा की। कंपनी ने बिल्कुल नए अवतार में एक नई जगह पर मैडम तुसाद संग्रहालय खोलने की घोषणा की है। भारत में मैडम तुसाद संग्रहालय अब नोएडा के डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया में खोला गया है। इस जगह मेहमानों को कुछ नए आकर्षण देखने को मिलेंगे। यह डिस्प्ले पूरी तरह दर्शकों को अलग दुनिया में लेकर जाएंगे और उन्हें एक अलग अनुभव कराएंगे। इसके साथ उन्हें अपने फेवरेट सिलेब्रिटी और रोल मॉडल के बारे में जानने का भी मौका मिल सकेगा। भारत को अपने समृद्ध् सांस्कृतिक इतिहास, बॉलीवुड के चमकते सितारों और मनोरंजन के क्षेत्र में विविधता के लिए जाना जाता है। यह एक बेहतरीन जगह है, जो सभी को अपनी ओर आकर्षित करती है। मैडम तुसाद के लिए इस नए संग्रहालय में अलग-अलग क्षेत्रों, इतिहास, खेलकूद, संगीत, फिल्म और टीवी आदि क्षेत्रों के प्रतिभाशाली और लोकप्रिय 50 हस्तियों के मोम के पुतले लगे हैं। मोम के इस पुतले को 20 अंतरराष्ट्रीय कलाकारों ने तैयार किया है, जिन्होंने इन पुतलों में अलग तरह का नया जादू जगाने के लिए एक साथ मिलकर 3-6 महीने तक काम किया है। इस जगह के आकर्षण और मैडम तुसाद संग्रहालय ने काफी लंबे समय से दर्शकों के दिल में अपने लिए खास जगह बनाई है। यह यहां आने वाले पर्यटकों और मेहमानों को कभी न भूलने वाला सितारों से जड़ा यादगार अनुभव प्रदान करेगी। 16 हजार वर्गफीट से ज्यादा जगह में फैले इस म्यूजियम में अलग-अलग क्षेत्रों में लोकप्रिय शसिख्यतों के पुतले लगे हैं। यह म्यूजियम 19 जुलाई 2022 से आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। यहां आने वाले मेहमानों को कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू शख्सियतों के मोम के पुतलों को देखने का मौका मिलेगा, जिससें मौजूदा और दिवगंत दोनों हस्तियां शामिल होंगी। इस वैक्स म्यूजियम में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,...
देहरादून, ब्यूरो। सार्वजनिक क्षेत्र में देश के अग्रणी बैंकों में से एक पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) ने देश के सबसे पुराने अर्धसैनिक बल असम रायफ्ल्स के साथ बैंक की प्रमुख योजना पीएनबी रक्षक प्लस के तहत रक्षा कर्मियों को विशेष तौर पर तैयार किए गए उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस योजना में अन्य चीजों के साथ ही सैन्य बलों, केंद्रीय पुलिस सैन्य बलों, राज्य पुलिस बलों, मेट्रो पुलिस में सेवारत, सेवानिवृत्त व प्रशिक्षुओं के साथ ही सेवानिवृत्त पेंशनर रक्षा कर्मियों के लिए वैयक्तिक दुर्घटना बीमा व वायु दुर्घटना बीमा शामिल है। इस समझौता ज्ञापन पर आज कर्नल पी.एस सिंह, कर्नल (ए), हेडक्वार्टस, असम रायफल्स महानिदेशालय और पीएनबी के मुख्य महाप्रबंधक, सुनील सोनी के बीच असम रायफल्स के मुख्यालय शिलांग में हस्ताक्षर किए गए। पीएनबी रक्षक प्लस के खास पहलुओं को रेखांकित करते हुए और भारतीय सैन्य बलों के सदस्यों व वेटरन्स को बीते सालों में सेवा प्रदान करने में की गयी महत्वपूर्ण प्रगति के बारे में बोलते हुए पीएनबी के मुख्य महाप्रबंधक सुनील सोनी ने कहा “असम रायफल्स के साथ यह गठजोड़ हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो हमारे नायकों को सर्वश्रेष्ठ संभव वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराने के हमारे अटूट संकल्प के बारे में बताती है।“ उन्होंने यह भी कहा कि बैंक प्राथमिकता आधारित सेवाएं भी रियायती दरों पर उपलब्ध कराएगा।पीएनबी के साथ इस करार पर हस्ताक्षर कर जुड़ने पर लेफ्टिनेंट जनरल पीसी नायर, एवीएसएम, वाईएसएम, महानिदेशक असम रायफल्स ने कृतज्ञता ज्ञापित किया। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के समारोह में पीएनबी के मुख्य डिफेंस बैंकिंग सलाहकार मेजर जनरल राज सिन्हा वीएसएम (से.नि.) और पीएनबी जोनल मैनेजर (गुवाहाटी)...
हरिद्वार, ब्यूरो। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन हरिद्वार की टीम ने विभाग के उपायुक्त आरएस कठायत के नेतृत्व में रविवार को कांवड़ मेले में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को परखा। इस दौरान खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने बहादराबाद पटरी पर संचालित भंडारों से 20 खाद्य पदार्थों के नमूने लिए। मौके पर ही सभी नमूनों की जांच मोबाइल टेस्टिंग लैब में कराई गई। मोबाइल टेस्टिंग लैब की जांच में सभी खाद्य पदार्थों के नमूने सही पाए गए। इस दौरान जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरएस पाल, फूड सेफ्टी ऑफिसर कपिल देव सहित विभाग के कई कर्मचारी मौजूद रहे। इस दौरान जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरएस पाल ने कांवड़ मेले में संचालित सभी प्रतष्ठिानों को साफ सफाई बनाए रखने की अपील की।
प्रदेश में भारी वर्षा की संभावना के दृष्टिगत जिलाधिकारियों को सतर्क रहने के सीएम ने दिये निर्देश
1 min read
देहरादून, ब्यूरो। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में मौसम विभाग द्वारा दी गई भारी वर्षा की चेतावनी के दृष्टिगत सभी मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को आपदा से संबंधित किसी भी चुनौती से निपटने के लिए हर समय तैयार रहने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन की दृष्टि से हर स्तर पर सतर्कता बरती जाए, इस सम्बन्ध में सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने के भी उन्होंने निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की दृष्टि से जिओ टैगिंग के साथ तैनात जेसीबी को हर समय तैयार रखा जाय। आपदा से सम्बन्धित संभावित स्थलों पर इनकी पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए। ताकि बंद रास्तों को तुरंत खोला जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। किसी भी आपदा की स्थिति में कम से कम रेस्पोंस टाईम में बचाव व राहत कार्य संचालित हों। बारिश या भूस्खलन से सड़क, बिजली, पानी की आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में कम से कम समय में आपूर्ति सुचारू की जाय। मुख्यमंत्री ने पर्यटकों और जनसामान्य से भी अपील की है कि भारी बारिश की सम्भावना को देखते हुए नदियों एवं बरसाती नालों की तरफ न जाए। वर्षाकाल में अत्यधिक वर्षा की सम्भावना के दृष्टिगत राज्य में पर्वतीय जनपदों में 69 खाद्यान्न गोदाम चिन्हित हैं। जिनमें सड़क मार्ग के बन्द होने की सम्भावना होती है। ऐसे समस्त 69 खाद्यान्न गोदामों में वर्षाकाल हेतु 03 माह (जून जुलाई, अगस्त, 2022) के अग्रिम खाद्यान्न का प्रेषण किया जा चुका है। लोक निर्माण विभाग द्वारा मानसून काल में संचालित मार्गों के बंद होने की स्थिति में खोलने हेतु विभिन्न मार्गों पर कुल 396 मशीनों (जे.सी.बी., पोकलेन, रोबोट आदि) की तैनाती की गई है।...
देहरादून, ब्यूरो। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में ’हर घर तिरंगा अभियान’ पर आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रतिभाग किया। वीडियो कांफ्रेंसिंग में केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी, राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल, उपराज्यपाल व मुख्यमंत्री उपस्थित थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम ’हर घर तिरंगा’ में जनसहभागिता सबसे जरूरी है। इसके लिये व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार कर लोगों विशेष रूप से युवाओं को प्रेरित करना है। यह जन जन का कार्यक्रम है। इसके लिये केंद्रीय सरकार व सभी राज्य सरकारों को मिलकर काम करना है। ’घर घर तिरंगा अभियान’ की भावना को ग्राम स्तर तक ले जाना है। स्कूली बच्चों की प्रभात फेरियो का आयोजन किया जाए। बताया गया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 13 अगस्त से 15 अगस्त तक देश भर में हर घर तिरंगा अभियान संचालित किया जाएगा। जन जन को इसमें भागीदारी के लिये प्रेरित किया जाएगा। लोग बढ़ चढ़कर उत्साह के साथ सहभागिता कर सकें, इसके लिए फ्लैग कोड में कतिपय संशोधन किये गये हैं। इसकी विस्तृत जानकारी राज्यों को प्रेषित की जा रही है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को ’हर घर तिरंगा अभियान’ की तैयारी पूरी गम्भीरता व सर्वाेच्च प्राथमिकता से करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की पहल पर देश की आजादी के 75 वी वर्षगांठ को अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इससे देशवासियों में उत्साह का संचार हुआ है। युवाओं में देश के प्रति कर्तव्य भावना बलवती हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान में हमारे गैलेन्ट्री अवार्ड विजेताओं को शामिल किया जाए। प्रदेश में 20...
देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखण्ड शिक्षा विभाग के अन्तर्गत वर्ष 2022 में वर्षा ऋतु के आगमन के फलस्वरूप उत्तराखण्ड राज्य अनेक आपदाओं के दृष्टिगत अत्यन्त संवेदनशील है। विगत वर्षों में वर्षा ऋतु के दौरान भूस्खलन, अतिवृष्टि, बाढ़ व बादल फटने की घटनाएं संज्ञान में आई है। अतः आपदाओं के न्यूनीकरण हेतु विद्यालयों के लिए वन्दना गर्व्याल, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय, देहरादून द्वारा दिशा-निर्देश निर्गत किये गये हैं। विद्यालयों के समीप संभावित भूस्खलन क्षेत्र में जनसामान्य की मदद से सुरक्षा दीवार/सुरक्षा जाल लगाने बाढ़ सम्भावित क्षेत्र में सुरक्षा दीवार निर्मित करने आदि आपदा सम्बन्धी रोकथाम एवं न्यूनीकरण के प्रयास विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा किये जा सकते हैं। साथ ही विद्यालय के समस्त छात्र/छात्राओं शिक्षकों, कार्मिकों तथा अभिभावकों को इस विषय में जागरूक किया जाय। ताकि आपदा से होने वाले खतरों से बचाव किया जा सकें। बरसात के मौसम में प्रधानाध्यापक द्वारा छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के दृष्टिगत विद्यालयों के भवन एवं परिसर का आकलन अनिवार्यता किया जाय, किसी भी दशा में छात्र-छात्राओं को जीर्ण-शीर्ण कक्षा-कक्षों में न बिठाया जाए। इसके लिए पृथक से उपलब्ध कक्षा-कक्षों अथवा पंचायत भवनों में पठन-पाठन की व्यवस्था की जाए। यदि विद्यालय के रास्ते में बरसाती नदी/नाला/गदेरे का खतरा हो तो छात्र-छात्राओं को विद्यालय प्रबन्धन समिति के माध्यम से निर्देश दिये जाए कि वे अभिभावकों के अनुरक्षण में ही विद्यालय आये। विद्यालय स्तर से संवेदनशील स्थानों का चिन्हीकरण किया जाए व बच्चों को किसी भी दशा में जीर्ण-शीर्ण दीवारों की ओट में न बिठाया जाए। विद्यालय प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय भवन की छतों का निरीक्षण किया जाए, छत पर उगे हुए पेड़-पौधों को हटाते हुए इनकी मरम्मत करा ली जाए। विद्यालय प्रांगण में यदि कोई जर्जर वृक्ष हो तो वन विभाग से अनापत्ति लेते हुए प्रशासन की मदद से उसे कटवाने की प्रक्रिया कर ली जाए। विद्यालय परिसर के आस-पास रपटा/फिसलने वाले मार्गों की मरम्मत कर लिया जाय विद्यालय परिसर के आस-पास पानी एकत्र न होने दें ताकि मच्छरों एवं गन्दगी से फैलने वाले रोगों से भी बचा जाये। विद्यालयों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था की जाय, जिससे बच्चों को दूषित पानी पीने से होने वाली बीमारियों यथा टाइफाइड, पीलिया आदि रोगों से बचाया जा सके। किसी भी आपदा में सामान्य प्रशासन यथा जिलाधिकारी/उप जिलाधिकारी स्तर से निर्गत निर्देशों का अनुपालन किया जाना सुनिश्चित करें।
देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों ने मोथोरोवला में आज वृक्षारोपण करते हुए उत्तराखन्ड का लोकपर्व हरेला बड़े हर्षाेल्लास के साथ मनाया। उल्लेखनिय है कि उक्त विश्वविघालय द्दारा मोथरावाला गांव को गोद लिया गया है। इसी के तहत आज वहां कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुक्त विश्वविद्यालय परिसर के निदेशक डा0 सुभाष रमोला ने कहा कि उत्तराखन्ड का लोकपर्व हरेला हरियाली का प्रतीक है। उन्होने कहा हम सबको मिलकर वृक्षारोपण के लिए आगे आना चाहिए। कार्यक्रम संयोजक डा0भावना डोभाल ने कहा कि पेड़ो के बगैर जीवन नामुमकिन है। हमें पेड़ लगाकर उनके संरक्षण का भी संकल्प लेना होगा। कार्यक्रम का संचालन करते हुए विवि के डा0 नरेन्द्र जगूड़ी ने कहा हर किसी को वृक्षारोपण करते हुए प्राकृतिक सुन्दरता में अपना योगदान देना चाहिए। वृक्षारोपण कार्यकर्म के पश्चात एक बैठक का आयोजन कर पर्यावरण संरक्षण के लिए निरंतर प्रयास करने का संकल्प लिया गया। वृक्षारोपण कार्यक्रम में पार्षद प्रतिनिधि ललित शर्मा ने हरियाली के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए सभी से एक-एक पेड़ लगाने का आह्ववान किया। इस अवसर पर विवि के बीएम खाती, अजय, अभिषेक, चेतन थापा, सुनील, राहुल समेत मोथोरोवाला से काफी संख्या मे आये लोगों ने वृक्षारोपण में अपनी भागेदारी निभाई।