
[ad_1]
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में 61 हजार करोड़ की लागत से एलिवेटेड सड़क बनने जा रही है. यह एलिवेटेड सड़क सड़क रिस्पना और बिंदाल नदी पर बनने जा रही है. जिसके लिए एलिवेटेड रोड की जद में आने वाली जगहों और मकानों पर निशान लगना शुरू हो गया है. साथ ही इस क्षेत्र की तमाम रजिस्ट्रियों को जल्द सीज किया जाएगा.
देहरादून की बिंदाल, रिस्पना नदी पर बनने जा रहे एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट को लेकर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है. इसी कड़ी में आज रिस्पना और बिंदाल नदी पर बनने वाले इस एलिवेटेड प्रोजेक्ट की जद में आने वाले मकानों दुकानों और तमाम संपत्तियों पर निशान लगना शुरू हो गया है. लोक निर्माण विभाग की सर्वे टीम फील्ड में मौजूद है. उनके साथ विभागीय इंजीनियर भी हैं. 11 किलोमीटर के रिस्पना एलिवेटेड प्रोजेक्ट पर 1120 कच्चे और पक्के मकान मौजूद हैं. बिंदल नदी पर बनने वाले एलिवेटेड प्रोजेक्ट के तहत 1494 मकान आ रहे हैं. जिन्हें हटाया जाना है. इस तरह से इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए कुल 2614 मकानों को विस्थापित किया जाएगा.
रिस्पना नदी पर हो रहे डिमार्केशन को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने ग्राउंड रिपोर्ट की है. आज फिलहाल पहले दिन रिस्पना नदी पर राजीव नगर से लेकर मोहनी रोड पुल तक सर्वे का कार्य चला. जहां पर नदी की चौड़ाई काफी ज्यादा है. इसलिए यहां पर बहुत कम मकान अभी इसकी जद में आ रहे हैं. जैसे-जैसे सर्वे का कार्य और आगे की तरफ बढ़ेगा कई घनी आबादी वाले क्षेत्र इस प्रोजेक्ट के जद में आएंगे.
बता दें बिंदाल नदी पर बनने वाला 15 किलोमीटर एलिवेटेड रोड कारगी चौक से शुरू होकर राजपुर रोड से आगे ओल्ड मसूरी रोड साइन मंदिर के पास जाकर खत्म होगा. इसकी जद में 1494 कच्चे और पक्के मकान आएंगे. इसके अलावा रिस्पना नदी पर बनने जा रहे 11 किलोमीटर का एलिवेटेड रोड रिस्पना पुल से शुरू होकर नागल पुल तक जाएगा. जिसकी जद में 1120 कच्चे और पक्के मकान आएंगे. इन दोनों एलिवेटेड रोड पर बीच-बीच में और जंक्शन भी दिए जाएंगे. जिससे शहर में एंट्री और एग्जिट होगी.
[ad_2]
Source link